आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज को नोटिस क्यों ना लायसेंस निरस्त किया जाए , साथ ही उज्जैन की अन्य खबरें भी, अजीज जीवित है


*आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के संचालक को कारण बताओ सूचना पत्र जारी*


उज्जैन 25 अप्रैल .कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी शशांक मिश्र ने आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के संचालक को कोविड-19 के संबंध में दिए गए आवश्यक दिशा निर्देशों का पालन नहीं करने तथा निरंतर मौखिक व लिखित  निर्देशों के बाद भी व्यवस्थाओं में सुधार नहीं करने पर  कारण बताओ सूचना पत्र जारी करते हुए पूछा है कि क्यों ना आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 151 की धारा 57 एवं आवश्यक सेवा संधारण तथा  विच्छिन्नता  निवारण अधिनियम 1979 की धारा 7 के अनुसार दंडात्मक कार्रवाई करते हुए मेडिकल कॉलेज के लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई की जाए ।
    उल्लेखनीय है कि आर डी मेडिकल कॉलेज को आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 34 के अंतर्गत कोविड-19  पॉजिटिव  मरीजों के उपचार हेतु चिन्हित किया गया है तथा समस्त व्यवस्थाओं को दायित्व भी उनको सौंपा गया है। कोविड-19 वार्ड में भर्ती मरीजों तथा उनके परिजनों द्वारा लगातार साफ सफाई ना होने भोजन की गुणवत्ता न होने व समय पर भोजन न मिलने,  डॉक्टर्स  के अनुपस्थित होने एवं उपचार न होने संबंधी शिकायत की जा रही है। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा कॉलेज प्रबंधन को दिए गए निर्देशों का पालन पूर्ण रूप से नहीं किया जाता है एवं समय  पर चाही गई जानकारी अपूर्ण अथवा समय पर उपलब्ध नहीं कराई जाती है। उक्त संबंध में समय-समय पर मौखिक     तथा लिखित  में  अनेक  पत्रों के माध्यम से समस्त आवश्यक  व्यवस्था के  निर्देशों के पालन हेतु संचालक मेडिकल कॉलेज को अवगत कराया जाता रहा है किंतु उनकी ओर से व्यवस्था में कोई सुधार नहीं किया गया  ।


*विधायक श्री जैन की कोरोना जाँच निगेटिव आई*
 
उज्जैन 25 अप्रैल।  उज्जैन उत्तर विधानसभा क्षैत्र के विधायक श्री पारस जैन के घर पर गत दिवस स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा कोरोना की जाँच करवाई गई थी। जाँच रिपोर्ट में श्री जैन की रिपोर्ट निगेटिव आई है। विधायक श्री जैन के गनमैन श्री गजेन्द्र सिंह भदौरिया ने भी जाँच करवाई थी। इनकी भी जाँच निगेटिव आई है। विधायक श्री जैन ने कहा कि कोरोना से कोई भी व्यक्ति डरे ना, मात्र जनता एहतियात बरते और सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करें। उन्होंने जनता से कहा है कि कोरोना की इस महामारी के अंतर्गत लॉकडाउन में खाद्यान्न आदि की आवश्यकता की पूर्ति  जिला प्रशासन के द्वारा की जा रही है। जिला प्रशासन के द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से जनता करें। किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है।


*कोरोना वायरस महामारी में जिला चिकित्सालय के दो लैब टेकनिशियन निरंतर कार्यरत*


उज्जैन 25 अप्रैल। कोरोना वायरस महामारी को लेकर जहॉं जिला प्रशासन और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पूरी तरह सक्रिय है और निरंतर इस महामारी की रोकथाम के कार्य में लगा हुआ है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के दो विभागीय नाम लोगों की जुबान पर है, जिन्हें तत्काल आवश्यकता होने पर 24 घण्टे में कभी भी याद किया जा सकता है। और कहीं भी बुलाया जा सकता है। ये लोग सहजभाव से उपलब्ध हो जाते हैं, उनका कार्य न सिर्फ संदिग्ध मरीजों का सैंपल लेना है बल्कि संदिग्ध मृत व्यक्ति का भी सैंपल लेतें हैं।
ये दो लोग हैं श्री देवेन्द्र गोठवाल और श्री अभिषेक ऋषि दोनों ही जिला चिकित्सालय उज्जैन में बतौर लैब टेकनिशियन लगभग 10 वर्षों से कार्यरत है और विगत 2 माह से फोन पर सूचना आते ही संदिग्ध मरीजों के प्रकरण का कोरोना टेस्ट लेने हेतु उपस्थित हो जाते हैं। जिला चिकित्सालय के दो समर्पित कर्मचारियों द्वारा कोविड-19 के प्रति बेहत गंभीरता और संवेदनशीलता से कार्य किया जा रहा है। ऐसी विषम परिस्थिति में जब कोरोना वायरस की आशंका मात्र से ही लोग अपनों से मुंह मोड़ लेते हैं या संक्रमण के डर से उससे दूर हो जाते हैं। ये दोनों कर्मचारी सूचना मात्र पर तत्काल उपस्थित होकर उसके मुंह और नाक स्वाब और ब्लड सैंपल कलेक्ट करते हैं। यही कार्य कई बार मृत्य व्यक्तियों के लिए भी करना पड़ता है और दिन में कई बार इस कार्य को दोहराना पड़ता है।
ये लोग संपूर्ण भाव से तन्मय होकर अपना कार्य समय पर करते हैं। इन्हें ड्यूटी के दौरान कई बार समय का आभास भी नहीं होता है। यहाँ तक की कभी-कभी ये रात के 2 या 3 बजे तक घर पहुंचते हैं। अगली सुबह पून: उसी ऊर्जा के साथ सक्रिय हो जाते है और भेजे गऐ सैंपल की विस्तृत जानकारी तैयार करते हैं। निरंतर फोन पर उस कर्मचारी से संपर्क में रहते हैं जो सैंपल लेकर भोपाल जातें हैं। भोपाल से रिपोर्ट प्राप्त होने जाने के पश्चात इस रिपोर्ट की विस्तृत जानकारी सीएमएचओ को को प्रस्तुत करते हैं। इसी दौरान कहीं से सूचना प्राप्त होने पर पुन: सैंपल के लिए निकल जाते हैं। इनके द्वारा शहर के अधिकांश इलाकों और बड़नगर तहसील का भ्रमण किया जाकर लगभग 1500 सैंपल कलेक्ट किये जा चूके हैं।
सीएमएचओ डॉ. अनुसूईया गवली के कुशल नेतृत्व में उचित मार्गदर्शन में इनके द्वारा कार्य किया जाता है। साथ ही सीएमएचओ द्वारा ऐसे कर्मठ कर्मचारियों की प्रशंसा की जा रही है और विश्वास व्यक्त किया जा रहा है कि विभाग में यदि ऐसे कर्मठ योद्धा उपलब्ध है तो इस महामारी से हम जल्दी ही निजात पा लेंगे।


*सीएमएचओ ने बताया कि सैफी महोल्ला के श्री अजीज जीवित है*


उज्जैन 25 अप्रैल। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनुसूईया गवली ने जानकारी दी की सैफी मोहल्ला उज्जैन निवासी श्री  अजीज वर्तमान में जीवित है तथा उनका उपचार आरडीगार्डी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।