कोरोना वायरस से देशभर में मौत की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन एक चीज और भी है जिसने कई लोगों को परेशान कर रखा है। यह है नशे की लत। दरअसल तमिलनाडु में एक ऐसा वाक्या सामने आया है, जहां शराब के इंतजार में एक व्यक्ति की लाइन में खड़े खड़े ही मौत हो गई। दरअसल तमिलनाडु के जानकीपुरम में 65 वर्षीय एक व्यक्ति शराब की एक बोतल पाने के लिए लाइन में खड़ा रहा, जिसके बाद वह बेहोश हो कर गिर गया और बाद में अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक इस व्यक्ति को पता चला कि पड़ोस की शराब की चार दुकानों में रखी शराब को किसी गोदाम में भेजा जा रहा है तो वह जानकीपुरम में एक दुकान के सामने लगी लाइन में खड़ा हो गया। इस दौरान कतार में खड़े लोग बार-बार अधिकारियों से शराब देने की गुहार लगाते रहे। हालांकि, इन लोगों को पता था कि पुलिस की मौजूदगी और अधिकारियों द्वारा बंद के दौरान शराब की बिक्री नहीं होगी, लेकिन फिर भी ये लोग कतारों में इस उम्मीद से खड़े थे कि अधिकारी बाद में मान जाएंगे।
दरअसल तमिलनाडु राज्य बाजार निगम (टीएएसएमएसी) की तरफ से संचालित कोयम्बटूर और तिरुचिरापल्ली की शराब की दुकानों में हाल में चोरी हुई थी, जिसके बाद अधिकारी इसे गोदाम में भेज रहे थे। इस दौरान 65 वर्षीय यह व्यक्ति तीन दुकानों में शराब पाने की लगातार कोशिश करता रहा, लेकिन वहां से नाकाम होने के बाद यह चौथी दुकान के सामने लगी कतार में खड़ा हो गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह व्यक्ति काफी देर से मेहनत कर रहा था, ऐसे में चौथी दुकान के सामने लगी कतार में खड़े होने के दौरान यह बेहोश हो गया। इसके बाद इस व्यक्ति को एम्बुलेंस की मदद से एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अधिकारी ने इस दौरान बताया कि यह व्यक्ति शराब का आदी था और लॉकडाउन के कारण शराब का सेवन नहीं कर पा रहा था।
यह भी बताया गया कि बंद के बाद राज्य में कम से कम चार लोगों की मौत नशे के लिए शेविंग लोशन और पेंट वार्निश का इस्तेमाल करने की वजह से हुई है। वहीं करूर जिले में एक व्यक्ति ने शराब नहीं मिलने से परेशान होकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।