- कोरोना लॉक डाउन मे एसडीएम का अनुमति पत्र लेकर लोगों को भोपाल शहर के बाहर पहुंचाने वाले एक गिरोह को तलैया पुलिस ने पकड़ा है
- मात्र घंटे भर में आरोपीगण एसडीएम के नाम से फर्जी अनुमति तैयार कर लेते थे।
- आरोपियों ने दस दिन में 25 फर्जी अनुमति पत्र बनाए।
कोरोना लॉक डाउन के दौरान भोपाल शहर से लोगों को बाहर भेजने के SDM के नाम से फर्जी अनुमति पत्र तैयार करने वाले एक गिरोह को तलया पुलिस भोपाल ने गिरफ्तार किया है।
आरोपियों ने दस दिन में 25 फर्जी अनुमति बनाईं और लोगों को नोएडा, गुड़गांव, बिहार, पटना आदि जगह पहुंचाया। इस काम को बदमाश, पुलिसकर्मी का भाई, रिटायर्ड जज का बेटा और एमटेक छात्र मिलकर अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने टूर एंड ट्रेवल्स के मालिक आरोपी एमटेक छात्र को गिरफ्तार कर लिया है।
थाना प्रभारी डीपी सिंह के मुताबिक सूचना मिली थी कि टनाटन ढाबे के पास अहिंसा विहार काॅलोनी निवासी एमटेक छात्र शैलेंद्र लोधी समर्पण टूर एंड ट्रेवल्स का मालिक है। उसके द्वारा एसडीएम के नाम से फर्जी अनुमति तैयार की जा रहीं हैं। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने बताया कि वह तो सिर्फ बुकिंग उपलब्ध कराता था। सख्ती से पूछताछ में उसने बताया कि अयोध्या नगर निवासी दीपक जोशी ड्राइवर है। उसके पास 3-4 लग्जरी कारें हैं। वह लोगों को इनसे छोड़ने जाता था। दीपक ही ग्राहक लाता था जो सिविल लाइन इलाहाबाद निवासी अभिषेक श्रीवास्तव को देता था। उसके पिता इलाहाबाद हाईकोर्ट से रिटायर्ड जज हैं। दीपक से मिले दस्तावेज अभिषेक, जालसाजी के मास्टरमाइंड करोंद निवासी फतेह राजौरिया को वाॅट्सएप करता था। फतेह बताता था कि एसडीएम कार्यालय में उसका एक रिश्तेदार है जो अनुमति बनाकर देता है। उनके द्वारा 5 अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच 25 अनुमति बनाकर दी गईं। फतेह का छोटा भाई पुलिस मुख्यालय में बाबू है। दीपक, शैलेंद्र को प्रत्येक अनुमति के तीन हजार रुपए देता था। शैलेंद्र 2 हजार रुपए फतेह को देता था। शैलेंद्र ने 25 लोगों से 25 हजार रुपए और फतेह ने 50 हजार रुपए कमीशन के लिए हैं। दीपक लोगों से पांच लाख रुपए कमा चुका है।