कोरोना संक्रमण से बचाव , सुरक्षा सम्बन्धी उपयोगी, जानकारी, सन्देश को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल कर बच्चों को पढ़ाने की पहल मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग शुरू कर रहा है। इस सत्र कक्षा 9 वी, 11वी, में तथा अगले सत्र से पहली से बारहवीं कक्षाएं में शामिल किया जाएगा ।
अब मध्यप्रदेश के स्कूलों के विद्यार्थी किताबों में कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण से संबंधित सुरक्षा के उपायों को इस सत्र से कक्षा 9 वी तथा कक्षा 11वी की पाठ्यपुस्तकों में संदेश के रूप में शामिल किया जा रहा है। इन दोनों कक्षाओं की भाष पुस्तकों को ncert से ली जाना है का मुद्रण बाकी होने के चलते इस सत्र से सिर्फ 9वीं और 11वीं के बच्चे इस संदेश को पढ़ पाएंगे । इन पुस्तकों में कोविड-19 से बचाव के उपाय और शाला स्वच्छता और सुरक्षा को किताबों में शामिल किया गया ।
अगले सत्र से कक्षा 01 से 12 कक्षा में शामिल होगा
अगले सत्र से पहली से लेकर बारहवीं कक्षा के सभी विषयों की किताबों में दो पेज का संदेश जोड़ा जाएगा। इस सत्र में यह संदेश नहीं शामिल किया जा रहा क्योंकि इन कक्षाओं की किताबें छपकर तैयार हो गई हैं। दो पेज के संदेश में पहले पेज पर कोविड-19 से बचाव के उपाय और दूसरे पेज में शाला स्वच्छता और सुरक्षा को शामिल किया गया है।
अभी तक स्कूलों में जीवविज्ञान के पाठ्यक्रमों में एड्स, मलेरिया, स्मॉल पॉक्स, स्वाइन लू, हेपेटाइटिस-बी, हैजा और अन्य रोग-वायरस के बारे में विद्यार्थी पढ़ते हैं।
संदेश में यह होगा शामिल
- -व्यक्तिगत स्वच्छता और शारीरिक दूरी बनाएं रखें।
- - बार-बार हाथ धोने की आदत डालें।
- - साबुन या लिक्विड हैंडवॉश से 20 सेकंड तक हाथ धोएं।
- - छींकते या खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंकें।
- - उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बार बंद डिब्बे में फेंकें।
- - बातचीत के दौरान व्यक्ति से सुरक्षित शारीरिक दूरी बनाए रखें।
- - फ्लू जैसे लक्षण दिखने पर मास्क का प्रयोग जरूर करें।
- - अपनी कोहनी के अंदरूनी हिस्से में छींके।
- - अपनी आंख, नाक और मुंह को बार-बार स्पर्श न करें।