आज कुल 4 कोरोना पॉजीटिव मरीज ठीक होकर घर गये*
उज्जैन 10 मई। जिले में आज चार कोरोना पॉजीटिव मरीज ठीक होकर घर गये हैं। इन सभी को फूल भेंटकर शुभकामनाएं दी गईं। घर जाने वाले मरीज आगामी 14 दिन तक होम क्वारेंटाईन में रहेंगे। जिन कोरोना पॉजीटिव मरीज को घर भेजा गया उनमें आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज से 30 वर्षीय श्रीमती माया, 45 वर्षीय श्रीमती मेहरूनबी, माधव नगर हॉस्पिटल से 28 वर्षीय सुश्री सीमा बघेल तथा पीटीएस से 47 वर्षीय सुश्री शाहीन खान शामिल है।
*कोरोना संदिग्ध मरीजों को रेड हॉस्पिटल में रैफर करने के लिये चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई*
उज्जैन 10 मई। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने पूर्व में जारी किये गये आदेश में संशोधन करते हुए कोरोना संदिग्ध मरीजों को निजी चिकित्सालय से रेड हॉस्पिटल में रैफर करने के लिये अपर कलेक्टर श्री क्षितिज सिंघल की अध्यक्षता में मप्र कोविड-19 महामारी रेगुलेशन-2020 के तहत पांच चिकित्सकों के दल की ड्यूटी लगाने के आदेश जारी किये हैं।
कलेक्टर ने जिन चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई है, उनमें डॉ.विजय गर्ग सीनियर फिजिशियन, डॉ.राजीव सक्सेना डॉ.विमल गर्ग, डॉ.वी पेढनेकर तथा निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ.तपन शर्मा शामिल हैं। डॉ.तपन शर्मा को इस दल का समन्वयक बनाया गया है। उक्त चिकित्सकों का कार्य होगा कि रैफरल सम्बन्धित कोई भी आवेदन अथवा दूरभाष पर सूचना प्राप्त होने पर मरीज की स्थिति अनुसार रैफर करने सम्बन्धी निर्णय लेंगे तथा सम्बन्धित अस्पताल से रैफरल के लॉजिस्टिक का समन्वय करेंगे। कलेक्टर ने सभी शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों के संचालकों को निर्देशित किया है कि वे उक्त चिकित्सकों की लिखित अथवा मौखिक अनुमति प्राप्त किये बिना मरीज को रैफर नहीं करें। साथ ही यदि अनुमति प्राप्त नहीं होती है तो सम्बन्धित मरीज को आवश्यक सेवाएं देकर आइसोलेशन में स्टेबल करें।
सांसद ने जीवन अमृत योजना के अन्तर्गत त्रिकटु काढ़े का वितरण किया
उज्जैन 10 मई। सांसद श्री अनिल फिरोजिया ने जीवन अमृत योजना के अन्तर्गत सर्दी-खांसी के रोगियों को त्रिकटु काढ़े का चूर्ण वितरण किया। इस अवसर पर उन्होंने जीवन अमृत योजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि सर्दी-खांसी के रोगियों के लिये यह औषधी अत्यन्त ही लाभदायक है और रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाती है। उन्होंने कहा कि महामारी की विपत्ति के समय जब कोरोना का कोई निश्चित उपचार नहीं है, तब यह औषधी बचाव की दृष्टि से अत्यन्त ही गुणकारी है।
धन्वंतरि आयुर्वेद कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ.जेपी चौरसिया ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार जीवन अमृत योजना के अन्तर्गत शहर में आयुर्वेद कॉलेज द्वारा त्रिकटु काढ़ा चूर्ण के पैकेट घर-घर जाकर वितरित किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि नई शोध यह बताती है कि आयुर्वेद में अनेक औषधियां एंटीवायरल हैं। डॉ.चौरसिया ने बताया कि महाविद्यालयीन चिकित्सालय द्वारा विगत 4 अप्रैल से आज तक चार लाख 22 हजार 331 लोगों को आयुष औषधियां वितरित की गई हैं।
कोरोना को हराकर घर लौटी नर्स सीमा बघेल का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया
उज्जैन 10 मई। चरक अस्पताल में कार्य करने वाली नर्स सीमा बघेल जो उज्जैन के बहादुरगंज में रहती हैं, पिछले दिनों कोरोना वायरस की चपेट में आ गई। सेवा कार्य के दौरान उक्त नर्स संक्रमित हो गई थी। संक्रमण के बाद इनका उपचार हुआ तथा 14 दिन बाद की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके बाद दो दिन बाद पुन: जांच की गई, वह रिपोर्ट भी नेगेटिव आई। इस कारण आज उन्हें माधव नगर अस्पताल से घर भेजा गया।
माधव नगर अस्पताल से सुश्री सीमा बघेल को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अनुसुईगया गवली, नोडल अधिकारी डॉ.एचपी सोनानिया, डॉ.अशोक तोमर एवं स्टाफ ने पुष्पगुच्छ भेंट किये तथा ताली बजाकर उनकी हौसला अफज़ाई की। जब सुश्री सीमा बघेल बहादुरगंज पहुंची तो वहां के रहवासियों द्वारा कोरोना को हराकर घर लौटने पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। उनके परिजनों द्वारा सुश्री बघेल का मंगल तिलक करते हुए आरती उतारी गई। सुश्री बघेल ने चर्चा में बताया कि कोरोना वायरस से डरने की आवश्यकता नहीं है, धैर्यपूर्वक इसका मुकाबला करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि माधव नगर चिकित्सालय में उनका समुचित उपचार एवं देखभाल हुई, जिसके कारण वे आज स्वस्थ होकर घर लौटी हैं।
मजबूत इच्छाशक्ति और सकारात्मक सोच की बदौलत कोरोना से जीतकर अपने घर लौटी शाहीन
उज्जैन 10 मई। रविवार को मक्सी रोड स्थित पीटीएस से 47 वर्षीय शाहीन खान पति शाकिर खान कोरोना वायरस के संक्रमण से पूर्णत: स्वस्थ होकर अपने घर लौटी। इस दौरान अपर कलेक्टर श्री अत्येन्द्रसिंह गुर्जर एवं अन्य चिकित्सकों द्वारा ठीक होकर जा रही शाहीन से पीटीएस में उनके अनुभव के बारे में पूछा तथा शुभकामनाएं देकर उन्हें अपने घर के लिये विदा किया। डॉ.महेन्द्रसिंह यादव द्वारा ठीक होकर जा रही को प्रमाण-पत्र दिया गया तथा उन्हें सार्थक एप डाउनलोड करने और एहतियात के तौर पर 14 दिन के लिये अपने घर में सेल्फ क्वारेंटाईन होने के लिये कहा गया।
अपने घर जा रही शाहीन ने कहा कि वे 13 अप्रैल को पीटीएस में आई थीं। यहां बिलकुल परिवारजनों की तरह स्वास्थ्यकर्मियों से सहयोग मिला तथा बीमारी से लड़ने का हौसला मिला। शाहीन ने कहा कि कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है, मजबूत इच्छाशक्ति हो तो इस वायरस से भी जीता जा सकता है, हमें बस उपचार के दौरान सकारात्मक सोच रखने की आवश्यकता है। शाहीन ने कहा कि कोरोना के मामूली लक्षण होने पर भी तत्काल डॉक्टर को दिखाना ही सबसे बड़ी समझदारी है। वे घर जाकर अपने सगे-सम्बन्धियों तथा आस-पड़ौस के लोगों को भी यही समझाईश देंगी कि कोरोना वायरस से सतर्क रहकर ही हम अपने आपको बचा सकते हैं।
इस दौरान डॉ.एएस तोमर, डॉ.एसके अखंड, डॉ.रोहन कांठेड़, नर्स एम्बरोज जॉर्ज, श्री अनिल यादव, श्री रवि यादव, स्वास्थ्यकर्मी श्री प्रभाकर दास, मलेरिया निरीक्षक श्री सावन कंडारे, श्री अरविंद सेठिया, डॉ.रवीन्द्र भटनागर, डॉ.एसके कंठ, डॉ.डीपी जाटव एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी तथा सफाईकर्मी मौजूद थे। लोगों को विशेष वाहन से अपने-अपने घरों के लिये रवाना किया गया। स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा ठीक होकर जा रहे लोगों को अच्छे स्वास्थ्य और जीवन की शुभकामनाएं दी गई।