उज्जैन में बढ़ती मौतो की जांच के लिए भोपाल एम्स से एक जांच दल आऐगा, केन्द्र से मांगा 1200 करोड़ का राहत पैकेज


    उज्जैन में मृत्यु दर कम करने के लिए भोपाल एम्स के निर्देशन में एक जांच दल उज्जैन जाएगा। ये निर्णय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बीच आज हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में लिया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इसके आदेश भी जारी कर दिए हैं। केंद्रीय मंत्री ने इस संबंध में तुरंत ही एम्स के निदेशक को उज्जैन की स्थिति की जांच कर रिपोर्ट देने और मध्यप्रदेश स्वास्थ्य विभाग का हर संभव सहयोग करने के लिए दिशा निर्देश दिए हैं।


केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्र को भरोसा दिलाया है कि वे मध्यप्रदेश स्वास्थ्य विभाग का हर संभव सहयोग करेंगे। नरोत्तम मिश्रा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि भोपाल के चिरायु हॉस्पिटल में ऑक्सीजन थेरेपी से कोरोना संक्रमण व्यक्तियों के इलाज में आने वाले अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं।


केंद्र से मांगा 1200 करोड़ रुपए का राहत पैकेज





  स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने केन्द्रीय  स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से कोविड -19 संक्रमण नियंत्रण के लिये 1200 करोड़ रूपये के राहत पैकेज के प्रस्ताव को अनुमोदित करने का अनुरोध किया है। इसके अलावा, आरएनए एक्स्ट्रेक्शन किट प्रदेश को उपलब्ध कराने की मांग की। मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन थैरेपी से कोरोना की बीमारी के उपचार में मदद मिली है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे भी उपस्थित थे।

  मंत्री मिश्रा ने बताया कि चिरायु अस्पताल भोपाल में अब तक 600 मरीज भर्ती हुए हैं, इनमें 250 से अधिक स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। अस्पताल में उपचार के दौरान एक भी मरीज काल-कवलित नहीं हुआ है। ऑक्सीजन थैरे‍पी के उपचार से यह संभव हुआ है। इस तकनीक से एम्स और इंदौर में भी उपचार किया जा रहा है। इससे मध्यप्रदेश में कोरोना संबंधी मृत्यु दर में भी कमी आई है। उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से ग्वालियर जिले को रेड जोन से हटाने की मांग की। उन्होंने बताया कि ग्वालियर में 4 कोरोना मरीज सामने आये थे, जो स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में जिले में कोई भी कोरोना पॉजीटिव मरीज नहीं है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रण के लिये सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं और उनका सख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जा रहा है।


50 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट कराया


अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में अब तक  800 पूर्ण स्वस्थ हो चुके है। प्रदेश में अब तक 50 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट कराया जा चुका है। प्रदेश में 3 मई को 50 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आये जबकि 174 मरीज स्वस्थ हुए हैं।


केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये समीक्षा करते हुए डॉ. मिश्रा से कहा कि वे निरंतर दूरभाष पर संपर्क में बने रहे। अब तक कोरोना से अप्रभावी जिलों को सुरक्षित रखने के लिये साथ ही रेड जोन के जिलों को ऑरेंज जोन में लाने के लिये सभी आवश्यक प्रबंध करें। ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करवाएं। उन्होंने ऑक्सीजन थैरेपी से उपचार की प्रशंसा की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पल्लवी जैन गोविल, स्वास्थ्य आयुक्त फैज एहमद किदवई भी मौजूद थे।