पहले उच्च स्कूल फिर प्रायमरी , मिडिल स्कूल खोले जाए
उज्जैन । कोरोना लॉक डाउन के चलते मध्यप्रदेश के शिक्षण संस्थान, स्कूल 22 मार्च से बन्द है इस बीच प्रदेश 1 जून अनलॉक होकर धीरे धीरे खुल रहा है सभी गतिविधियां सामान्य होने लगी है , लेकिन शिक्षण संस्थानों, स्कूलों के शुरू करने के सम्बंध में अभी कुछ भी तय नही हो पा रहा है।
इस बीच स्कूल शिक्षा विभाग ने अभिभावकों, शिक्षाविदों सहित आम नागरिकों से सुझाव मांगे हैं। अब तक प्रदेशभर से 3800 लोगों ने अपने सुझाव दिए हैं। इसमें से अधिकतर लोगों का सुझाव है कि सितंबर से स्कूल खोले जाएं। उज्जैन जिले से 157 तथा सबसे ज्यादा इंदौर जिले के 362 लोगों ने सुझाव दिया है कि पहले उच्च कक्षाओं के विद्यार्थियों को सितंबर से बुलाया जाए। उसके बाद प्राइमरी व मिडिल की कक्षाएं अक्टूबर से लगाई जाएं। दरअसल, स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूल खोलने के संबंध में शिक्षा पोर्टल पर सुझाव मांगा है। विभाग ने पोर्टल पर 30 जून तक सुझाव मांगे हैं। इसके बाद इन सभी सुझावों को शासन को भेजा जाएगा। शासन की ओर से स्कूल खोलने को लेकर 31 जुलाई को निर्णय लिया जाएगा। शासन से मंजूरी मिलने के बाद विभाग इन सुझाव को लागू करेगा।
अभिभावकों के द्वारा दिये गए सुझाव
- स्कूल खोलने से पहले सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाए।
- अगस्त माह तक स्कूल शुरू नहीं किये जाएं।
- सितम्बर माह में स्कूल खोले जाने की प्रक्रिया शुरू की जाना चाहिए ।
- कंटेनमेंट क्षेत्र के स्कूल न खोले जाएं।
- जिस जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं हैं, वहां के स्कूल खोले जाएं।
- पहले चरण में उच्च कक्षाओं के बच्चों के स्कूल खोले जाए।
- छोटे बच्चों के प्रायमरी व मिडिल स्कूल अक्टूबर से खोले जाएं।
- सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन करते हुए दो शिफ्ट में स्कूल लगाए जाएं।
- प्रत्येक कक्षा में आधे बच्चों को एक दिन गैप कर बुला
- सभी कक्षाओं के कोर्स को कम किया जाए।
- कोर्स पूरा करने के लिए मार्च तक पढ़ाई कराई जाए और अप्रैल में परीक्षा ली जाए।
- दशहरा, दीपावली, क्रिसमस की छुट्टियां कम कर कोर्स पूरा कराया जाए।
- निजी स्कूलों के फीस को कम किया जाए।
इन जिलों से आए सबसे ज्यादा सुझाव
इंदौर जिले के 362, छतरपुर सेे 306 ,भोपाल से 186,देवास से 172, उज्जैन से 157 , खरगोन से 130 अभिभावकों ने अपने सुजाव दिये है।